डेस्क। अहमदाबाद विमान हादसे (Ahmedabad Plane Crash) को लेकर एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) की एक प्रारंभिक रिपोर्ट में दुर्घटनाग्रस्त बोइंग 787-8 का ‘फ्यूल स्विच’ बंद होने को लेकर दोनों पायलटों के बीच भ्रम की स्थिति के बारे में बताया गया है। फ्यूल स्विच (fuel switch) विमान के इंजनों में फ्यूल के प्रवाह को नियंत्रित करते हैं।
यह भी पढ़ें-आखिर प्लेन के उड़ान भरने से पहले इंजन पर क्यों फेके जाते हैं मुर्गे? दिलचस्प है वजह
आपको बता दें स्विच की दो अवस्था होती हैं – ‘रन’ और ‘कट ऑफ’। इनका उपयोग इंजनों को चालू या बंद करने के लिए किया जाता है। बोइंग 787 ड्रीमलाइनर में फ्यूल स्विच थ्रस्ट लीवर के नीचे स्थित होते हैं। दुर्घटनाग्रस्त एआई 171 उड़ान के मामले में, विमान के दो इंजनों के फ्यूल स्विच (fuel switch) एक सेकंड के अंतराल में बंद हो गए थे और फिर वे चालू हो गए थे।

एक अनुभवी पायलट (pilot) के अनुसार फ्यूल स्विच (fuel switch) की पोजीशन को गलती से नहीं बदला जा सकता बल्कि इसकी एक प्रक्रिया होती है। उन्होंने कहा कि आमतौर पर ‘ब्रैकेट’ लगे होने के कारण फ्यूल स्विच सुरक्षित होते हैं। ये ब्रैकेट इसलिए लगे होते हैं कि स्विच की अवस्था में अचानक कोई बदलाव न हो। पायलट ने बताया कि स्विच की पोजीशन बदलने से पहले उन्हें ऊपर खींचना पड़ता है।
थ्रस्ट लीवर कार के एक्सीलेटर पैडल की तरह होता है जिस पर पावर का बढ़ना और घटना निर्भर करता है। इसमें दो चरम अवस्थाएं होती हैं – एक आइडल पावर और एक फुल पावर। इसके अलावा फ्यूल नियंत्रण स्विच होता है, जिसमें दो अवस्थाएं होती हैं – कट ऑफ और रन। इसलिए जब आप इंजन बंद करते हैं तो फ्यूल नियंत्रण स्विच कट (fuel switch) ऑफ मोड में होता है।
Tag: #nextindiatimes #fuelswitch #AhmedabadPlaneCrash