लाइफस्टाइल डेस्क। गर्मियों (summer) में पसीने और बदबू से बचने के लिए हर कोई डिओडोरेंट (deodorant) या परफ्यूम का इस्तेमाल करता है। बहुत से लोगों को परफ्यूम (perfume) लगाना बहुत पसंद होता है, तो कुछ को डिओडोरेंट पसंद होता है। कई लोगों को ये लगता है कि परफ्यूम और डिओडोरेंट एक ही होते हैं तो आपको बता दें कि ऐसा बिल्कुल भी नहीं है।
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डिओ (deodorant) पसीने से आने वाली बदबू को कम करता है। यह एक खुशबूदार बॉडी प्रोडक्ट है, जिसे महिलाएं अपने शरीर से आने वाली गंध को दूर करने के लिए लगाती हैं। इसे सीधे शरीर पर, खासकर अंडरआर्म्स में लगाया जाता है। ये आपको दिन भर तरोताजा महसूस कराता है। वहीं परफ्यूम (perfume) सिर्फ अच्छी खुशबू के लिए होता है। इसे कपड़ों या शरीर के खास हिस्सों जैसे कलाई या गर्दन पर लगाया जाता है।
परफ्यूम (perfume) की खुशबू तेज होती है और ज्यादा देर तक टिकती है। लेकिन यह पसीने की बदबू को नहीं रोकती है। आसान शब्दों में समझें तो डिओ बदबू भगाता है और परफ्यूम खुशबू बढ़ाता है। इसलिए जरूरत के हिसाब से दोनों का इस्तेमाल करना सही रहता है। अगर आप पसीने से परेशान हैं तो डिओ लगाएं और अगर सिर्फ खुशबू चाहिए तो परफ्यूम चुनें। परफ्यूम की खुशबू ज्यादा देर तक बनी रहती है। इसे कपड़ों से आने वाली बदबू को दूर करने में मदद मिलती है। इसे कपड़ों पर लगाना सही माना जाता है।

डिओडोरेंट (deodorant) और परफ्यूम में सबसे बड़ा अतंर परफ्यूम एसेंस का होता है। परफ्यूम में (perfume) परफ्यूम एसेंस 25% होता है जबकि डिओडोरेंट में परफ्यूम एसेंस दो परसेंट तक ही होता है। परफ्यूम डिओडोरेंट (deodorant) की तुलना में हार्ड होता है। इसकी खुशबू भी लंबे समय तक टिकाऊ हाेती है। आसान भाषा में कहें ताे इसकी खुशबू 12 से 15 घंटे तक बरकरार रहती है। वहीं डिओडोरेंट की खुशबू 4 घंटों से ज्यादा नहीं टिक पाती है।
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