डेस्क। मेघालय में पति राजा रघुवंशी (Raja Raghuvanshi) के साथ हनीमून मनाने के लिए गई सोनम रघुवंशी (Sonam Raghuvanshi) ही अपने पति की हत्यारन निकली। उसने ही अपने पति की सुपारी (Supari) देकर हत्या (murder) करवाई थी। मेघालय के डीजीपी ने जब इसका सनसनीखेज खुलासा किया तो हर कोई हैरान रह गया। सोनम को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से गिरफ्तार कर लिया गया है।
यह भी पढ़ें-सोनम रघुवंशी ही नहीं; ये औरतें भी करवा चुकी हैं अपने पति की हत्या
लोगों के दिमाग में कई बार ये सवाल आता है कि आखिर किसी को मारने (murder) के कॉन्ट्रैक्ट को सुपारी क्यों कहते हैं? आइए जानते हैं सुपारी शब्द का इतिहास और इसके पीछे की कहानी। दरअसल सुपारी (Supari) शब्द का इस्तेमाल कई कामों में लिया जाता है। जैसे कहीं बात पक्की होने, टोकन मनी लेना हो तो उसे भी सुपारी लेना ही कहा जाता है।
एक रिपोर्ट के अनुसार, मुंबई पुलिस के रिटायर्ड ACP वसंद ढोबले बताते हैं, महाराष्ट्र में किसी भी मेहमान को आमंत्रित (Invite) करने के लिए पान और सुपारी का इस्तेमाल किया जाता है। इसके साथ ही किसी भी डील या कॉन्ट्रैक्ट के लिए भी सुपारी (Supari) शब्द का इस्तेमाल किया जाता है। कोई भी डील पक्की होने पर मराठी में कहा जाता है, ‘कामची सुपारी आली आहे’। इसका मतलब है कि हमें काम का कॉन्ट्रैक्ट मिल गया है। इसलिए सुपारी शब्द अन्य कामों के लिए इस्तेमाल किया जाता है।

हुसैन जैदी की एक किताब की मानें तो माहेमी ट्राइब के चीफ भीम की एक परंपरा की वजह से इस शब्द का इस्तेमाल शुरू हुआ। भीम के सामने जब भी कोई मुश्किल टास्क होता था तो वह योद्धाओं की एक मीटिंग बुलाते थे और एक प्लेट में सुपारी और पान रखा जाता था। जब कोई सुपारी या पान उठा लेता था, तो उसे वो कठिन काम करना पड़ता था। इससे पता चलता है कि पान आदि देकर कॉन्ट्रैक्ट या डील फिक्स की जाती थी। तभी से यह सुपारी (Supari) की परंपरा चली आ रही है।
Tag: #nextindiatimes #SonamRaghuvanshi #RajaRaghuvanshi #murder