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Saturday, April 19, 2025

क्यों मनाया जाता है ‘गुड फ्राइडे’, जानिए कैसे पड़ा ये नाम

डेस्क। गुड फ्राइडे ईसाई धर्म (Christian) को मानने वाले लोगों के लिए काफी अहम होता है। इस दिन यीशु मसीह (Jesus Christ) के बलिदान को याद करने और उनकी मौत का शोक मनाया जाता है। इस साल गुड फ्राइडे (Good Friday 2025) 18 अप्रैल को मनाया जा रहा है। इस दिन चर्चों (church) में सेवाएं आयोजित की जाती हैं। यह दिन पर यीशु मसीह की पीड़ा और मानव जाति के लिए उनके बलिदान को याद करने का समय है।

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आपको बता दें गुड फ्राइडे (Good Friday) वह दिन है जब प्रभु यीशु मसीह को क्रूस पर चढ़ाया गया था, जिसके बाद उन्हें दफनाया गया था। उससे तीसरे दिन वे जी उठते हैं और दोबार जिंदा होने वाले दिन को ईस्टर संडे (Easter Sunday) के रूप में मनाया जाता है जबकि क्रूस पर चढ़ाने वाले दिन को गुड फ्राइडे के रूप में मनाया जाता है।

अब आपके मन में एक सवाल उठ रहा होगा कि शोक और मातम का दिन होने के बावजूद इसे गुड क्यों कहा जाता है। एक सिद्धांत के मुताबिक गुड फ्राइडे में “गुड” शब्द का मूल अर्थ पुरानी अंग्रेजी के मुताबिक है, जहां इसका मतलब पवित्र है। इसलिए गुड फ्राइडे को कभी-कभी पवित्र शुक्रवार भी कहा जाता है। ऐसा भी कहा जाता है कि गुड फ्राइडे (Good Friday) के दिन किसी भी गिरजाघर में घंटा नहीं बजाया जाता है। इस दौरान सभी लकड़ी के खटखटे बजाते हैं।

गुड फ्राइडे (Good Friday) को दुख, तपस्या और उपवास का दिन माना जाता है। इस दिन कई ईसाई समुदायों में, गुड फ्राइडे की सेवाएं चर्चों में आयोजित की जाती हैं। इस दौरान यीशु के सूली पर चढ़ने को पाठ, भजन और प्रार्थनाओं के जरिए याद किया जाता है। इसके अलावा इन सेवाओं में अक्सर जीजस की पैशन स्टोरी का भी पाठ शामिल किया जाता है, जिसमें यीशु के बलिदान के साथ-साथ सूली पर उनके आखिरी शब्दों का वर्णन किया जाता है। वहीं, कुछ ईसाई गुड फ्राइडे पर प्रायश्चित के लिए उपवास या नॉनवेज से परहेज भी करते हैं।

Tag: #nextindiatimes #GoodFriday2025 #JesusChrist

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