महाराष्ट्र। महाराष्ट्र (Maharashtra) के सिंधुदुर्ग राजकोट किले में छत्रपति शिवाजी (Shivaji) महाराज की मूर्ति गिरने के मामले में पहली गिरफ्तारी हो चुकी है। कोल्हापुर क्राइम ब्रांच (Crime Branch) और मालवण पुलिस ने जॉइंट ऑपरेशन में चेतन नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। चेतन पेशे से संरचना सलाहकार (structural consultant) है।
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शिवाजी (Shivaji) की प्रतिमा ढहने के मामले में दर्ज प्राथमिकी में संरचना सलाहकार (structural consultant) चेतन पाटिल का नाम भी शामिल है। इसी वजह से कोल्हापुर में जॉइंट ऑपरेशन के जरिए शुक्रवार सुबह चार बजे उसे गिरफ्तार किया गया। मूर्ति गिरने के बाद इस मामले में प्राथमिकी (FIR) दर्ज की गई थी। प्राथमिकी (FIR) में चेतन का नाम था और वह इस बारे में जानकारी मिलते ही फरार हो गया था।
कोल्हापुर क्राइम ब्रांच (Crime Branch) ने आरोपी चेतन को मालवण पुलिस को सौंप दिया है। छत्रपती शिवाजी (Shivaji) महाराज का जो पुतला गिरा था उसे जयदीप आप्टे ने बनाया था। जयदीप आप्टे के घर पर संभाजी ब्रिग्रेड (Sambhaji Brigade) के कार्यकर्ताओं ने आंदोलन किया था। इस आंदोलन बाद अब ठाणे, कल्याण और सिधुदुर्ग क्राइम ब्रांच (Crime Branch) की टीम जयदीप आप्टे को ढूंढ़ने में लगी है। जयदीप के परिवार के बारे में पुलिस (Police) की कई टीमें पूछताछ कर रही हैं। जयदीप की पत्नी और मां से भी पुलिस (Police) अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं। जयदीप के घर के बाहर पुलिसकर्मी मौजूद हैं और उनके घर में मौजूद हर व्यक्ति से पूछताछ की जा रही है।
इस (Shivaji) मूर्ति का अनावरण पिछले साल दिसंबर में हुआ था, लेकिन आठ महीने बाद ही मूर्ति नीचे गिर गई और कई हिस्सों में बंट गई। इसके बाद राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने कहा कि तेज हवाओं के कारण मूर्ति गिरी है। इसके बाद से बवाल मचा हुआ है। उपमुख्यमंत्री अजीत पवार (Ajit Pawar) विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। विपक्ष इस मामले में सीएम से इस्तीफा मांग रहा है। मामले की जांच के लिए समिति गठित कर दी गई है।
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