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Saturday, July 5, 2025

46 साल बाद खोला गया जगन्नाथ मंदिर का रत्न भंडार, देखिए क्या-क्या निकला?

पुरी। ओडिशा के पुरी में मौजूद जगन्नाथ मंदिर (Jagannath temple) के रत्न भंडार को आज खोल दिया गया है। राज्य सरकार (state government) के द्वारा किए गए तमाम प्रयासों के बाद आज रत्न भंडार (Ratna Bhandar) को खोला गया। वहीं बता दें कि रत्न भंडार के दोबारा खुलने से पहले श्री जगन्नाथ मंदिर (Jagannath temple) में विशेष बक्से (boxes) लाए गए। रत्न भंडार खुलने से पहले मंदिर और आसपास के इलाकों में सुरक्षा (Security) व्यवस्था कड़ी कर दी गई थी।

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(Jagannath temple) मंदिर का खजाना आधिकारिक तौर पर आखिरी बार 46 साल पहले 1978 में खोला गया था। खजाना (boxes) खोलने से पहले प्रशासन (administration) ने लकड़ी के भारी 6 संदूक (boxes) मंगाए। एक संदूक उठाने के लिए 8 से 10 लोगों को लगना पड़ा। इन्हें रत्न भंडार (Ratna Bhandar) गृह में भेजा गया है। रत्न भंडार (Ratna Bhandar) दो हिस्सों में बंटा है। इसका बाहरी हिस्सा खुला है जबकि भीतरी हिस्सा रहस्य बन चुका है। रत्न भंडार में राजाओं द्वारा दान में दिये गये भगवान जगन्नाथ, बलराम और सुभद्रा के कीमती आभूषण हैं।

पुरी में भगवान जगन्नाथ मंदिर (Jagannath temple) का रत्न भंडार 46 साल बाद रविवार को खुल गया। ओडिशा सरकार रत्न भंडार के आभूषणों और अन्य मूल्यवान सामानों की सूची तैयार करायेगी। इस रत्न भंडार (Ratna Bhandar) को आखिरी बार 1978 में खोला गया था और तभी आभूषणें की अंतिम बार सूची बनी थी। यह मंदिर 12वीं सदी का है। इसका रखरखाव भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) करता है। ASI इस अवसर का उपयोग रत्न भंडार के मरम्मत कार्य के लिए करेगा।

उधर ओडिशा की डिप्टी CM प्रवती परिदा ने कहा- मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि हमें वहां मौजूद रहना है। हम आज से वहीं (Jagannath temple) पर रुकेंगे और देखेंगे कि गिनती आराम से हो। हमें विश्वास है कि प्रभु की कृपा से सब कुछ आसान होगा। पिछली सरकार ने रत्न भंडार (Ratna Bhandar) को रहस्य बनाकर रखा था। रत्न भंडार की बार-बार गिनती होनी चाहिए।

Tag: #nextindiatimes #Jagannathtemple #RatnaBhandar

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