डेस्क। मिर्जापुर (Mirzapur) का तीसरा सीजन ओटीटी प्लेटफॉर्म अमेजन प्राइम पर स्ट्रीम हो चुका है। वेब सीरीज ‘मिर्जापुर’ (Mirzapur) के तीसरे सीजन की कहानी ने अपने पिछले दो सीजनों के प्रशंसकों को सबसे ज्यादा निराश किया है। गुड्डू पंडित (Guddu Pandit) का रोल इस बार भी काफी मजबूत है लेकिन प्रभावशाली कम है।
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फरहान अख्तर (Farhan Akhtar) मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स का हिस्सा बनने के साथ ही लगता है इसके मुखिया केविन फाइगी की महिला किरदारों के प्रति हाल के बरसों में बनी सहानुभूति से खासे प्रभावित हुए हैं। इस बार वेब सीरीज ‘मिर्जापुर’ (Mirzapur) का तीसरा सीजन भी इसीलिए उन्होंने (Mirzapur) सीरीज की महिला किरदारों के नाम कर दिया है। मुख्यमंत्री बनीं माधुरी यादव फिर से सफेद साड़ी में भले आ चुकी हों लेकिन उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) को भयमुक्त प्रदेश बनाने और हर जोर जुल्म की टक्कर में संघर्ष करते रहने के नारे के साथ अब उनके नए तेवर हैं।

कालीन भैया (Kaleen Bhaiya) की पत्नी बीना त्रिपाठी के किरदार में (Rasika Dugal) का रोल भी इंपैक्टफुल है। सीएम माधुरी यादव के रोल में ईशा तलवार शांत लेकिन चतुर लगी हैं। गुरमीत सिंह ने (Mirzapur) सीरीज का डायरेक्शन किया है। उन्होंने कहानी को एंगेजिंग बनाने की कोशिश की है, लेकिन वो प्रभाव नहीं छोड़ पाए जो इसके पिछले दो सीजन में देखने को मिला था।
लीड किरदार कालीन भैया (Kaleen Bhaiya) का रोल ही काफी ज्यादा कम कर दिया गया है, जो कि दर्शकों को शायद रास न आए। इस (Mirzapur) सीजन में मुन्ना यानी दिव्येंदु शर्मा की कमी साफ झलकी है। जेल के कुछ सीन्स बेवजह दिखाए गए हैं। (Mirzapur) सीरीज में राजनीति, धोखा, विद्वेष, वासना और ह्यूमर सब कुछ देखने को मिलेगा। इसके अलावा सारे किरदारों में एक अक्खड़पन है, जो पूर्वी उत्तर प्रदेश की शैली को बखूबी दर्शाता है।
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