मुंबई। मराठा नेता मनोज जरांगे (Manoj Jarange) ने मराठा समुदाय को आरक्षण देने की मांग को लेकर जालना जिले के अंतरवाली सरती गांव में शनिवार से भूख हड़ताल (hunger strike) शुरू कर दी है। अंतरवाली सरती के कई ग्रामीणों ने मनोज जरांगे (Manoj Jarange) के भूख हड़ताल का विरोध किया है, जिसके चलते जिला प्रशासन ने भूख हड़ताल की अनुमति नहीं दी है।
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अंतरवाली सरती में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। मनोज जरांगे (Manoj Jarange) ने कहा कि राज्य सरकार ने मराठा समुदाय के परिजनों को आरक्षण देने का आश्वासन दिया था, जिसके चलते उन्होंने पिछली बार भूख हड़ताल (hunger strike) खत्म कर दी थी। लेकिन अब तक सरकार ने अपना वादा पूरा नहीं किया है।
इसके चलते मनोज जरांगे (Manoj Jarange) 4 जून से भूख हड़ताल (hunger strike) करने वाले थे, लेकिन आचार संहिता के चलते पुलिस ने अनुमति नहीं दी। अब ग्रामीणों के विरोध का हवाला देकर पुलिस ने अनुमति नहीं दी है। मनोज जरांगे (Manoj Jarange) ने कहा कि वह भूख हड़ताल (hunger strike) पर हैं, अगर सरकार नहीं जागी तो वह महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनाव में सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेंगे।

पिछली बार (Manoj Jarange) के भूख हड़ताल (hunger strike) के दबाव में आकर राज्य सरकार ने विधानमंडल का विशेष सत्र बुलाकर उनकी कई मांगें मान लीं। साथ ही समझौते के मुताबिक कुछ अन्य मांगों पर अभी अमल होना बाकी है। महाराष्ट्र (Maharashtra) में मराठा आबादी करीब 33 फीसदी है। वे पिछले चार दशकों से नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण की मांग कर रहे हैं।
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