नासिक। वायुसेना (Indian Air Force) का लड़ाकू विमान सुखोई (Sukhoi) मंगलवार को नासिक में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान ओवरहॉलिंग के लिए हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के पास था। नासिक रेंज के विशेष महानिरीक्षक डीआर कराले ने बताया कि सुखोई Su-30MKI विमान के पायलट (pilot) और को-पायलट सुरक्षित बाहर निकल आए।
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जानकारी के अनुसार विमान (plane) शिरसगांव के पास एक खेत में गिरा। अधिकारी ने बताया कि विमान विंग कमांडर बोकिल और उनके दूसरे कमांडर बिस्वास उड़ा रहे थे। एक अन्य पुलिस अधिकारी ने बताया कि दोनों पायलट सुरक्षित बाहर निकल आए और उन्हें मामूली चोटें आई हैं। उन्हें एचएएल अस्पताल (HAL Hospital) में भर्ती कराया गया है। उन्होंने आगे बताया कि दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद विमान (Sukhoi) में आग लग गई, जिसे बुझा दिया गया है। विमान (Sukhoi) के हिस्से 500 मीटर के दायरे में फैले हुए हैं।

भारतीय वायुसेना (Indian Air Force), एचएएल सुरक्षा और एचएएल तकनीकी इकाई की टीमों ने घटनास्थल का दौरा किया। रूसी सुखोई एसयु-30 एमकेआई भारतीय वायुसेना में सबसे ताकतवर एयरक्राफ्ट माना जाता है। भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) के पास 272 सक्रिय सुखोई (Sukhoi) एसयु-30 एमकेआई हैं, इस एयरक्राफ्ट में दो इंजन हैं और दो चालको के बैठने की जगह है। इनमें से कुछ एयरक्राफ्ट को सुपरसोनिक मिसाइल ब्रह्मोस को लॉन्च करने के लिए भी अपग्रेड किया गया है।
सुखोई (Sukhoi) विमान 3,000 किलोमीटर तक हमला कर सकता है। जबकि इसकी क्रूज रेंज 3,200 किलोमीटर तक है और कॉम्बेट रेडियस 1,500 किलोमीटर है। वजन में भारी होने के बावजूद यह लड़ाकू विमान (plane) अपनी तेज़ गति के लिये जाना जाता है। यह विमान (Sukhoi) आकाश में 2,100 किलोमीटर प्रति घंटा की तेज रफ्तार से फर्राटा भर सकता है।
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