प्रयागराज। प्रयागराज (Prayagraj) में चल रहे महाकुंभ (Mahakumbh) के दौरान मौनी अमावस्या (Mauni Amavasya) स्नान के लिए संगम नोज पर लाखों श्रद्धालु जुटे थे। इसी दौरान अचानक भगदड़ मच गई, जिसमें 17 से अधिक लोगों की मौत हो गई। (Mahakumbh) मेला प्रशासन ने फिलहाल 17 मौतों की पुष्टि की है। इस घटना से संगम नोज पर अफरा-तफरी मच गई।
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(Mahakumbh) हादसे के तुरंत बाद दर्जनों एंबुलेंस मौके पर पहुंचीं और मृतकों के शवों को वहां से ले जाया गया। घायल श्रद्धालुओं को मेला परिसर में बने केंद्रीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मेले से कई एंबुलेंस लगातार शव लेकर शहर की ओर जाते रहे। प्रधानमंत्री मोदी ने घटना के बारे में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की। घटनाक्रम की समीक्षा कर और तत्काल सहायता करने को कहा।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने कहा, “जो घटना हुई उससे हम बहुत दुखी हैं। हमारे साथ हजारों श्रद्धालु थे… जनहित में हमने फैसला किया कि अखाड़े आज स्नान में भाग नहीं लेंगे। मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे आज के बजाय वसंत पंचमी (Vasant Panchami) पर स्नान के लिए आएं।”
संगम तट से पहले बने द्वार के पास हुई (Mahakumbh) भगदड़ के बाद स्थिति अनियंत्रित हो गई। कई श्रद्धालुओं की मौत और घायल होने से अफरातफरी मच गई। पुलिस, प्रशासन, आपदा प्रबंधन की टीम ने तत्परता दिखाते हुए राहत और बचाव कार्य शुरू किया। करीब तीन घंटे की बाद स्थिति को काफी नियंत्रित कर लिया गया लेकिन पूरी तरह से नियंत्रित करने में अफसर जुटे रहे। उधर, अखाड़ों ने अमृत स्नान करने से इन्कार किया और कहा कि वह मेला प्रशासन के साथ पूरा सहयोग करेंगे।
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