चमोली जिले में फटा ग्लेशियर, हुई भारी तबाही, प्रशासन की टीम मौके के लिए रवाना!

उत्तराखंड के चमोली जिले में जोशीमठ से 24KM की दूरी पर बसे पैंग गांव के ऊपर रविवार को बहुत बड़ा ग्लेशियर (हिमानी या हिमनद पृथ्वी की सतह पर विशाल आकार की गतिशील बर्फराशि को कहतें है, जो अपने भार के कारण पर्वतीय ढालों का अनुसरण करते हुए नीचे की तरफ बह जाती है।) फट गया है,

जिसके वजह से धोली नदी में अचानक बाढ़ आ गयी। ग्लेशियर की बाढ़ के कारण से ऋषि गंगा पावर प्रोजेक्ट को बहुत भारी नुकसान हुआ है। साथ ही में कुछ झूला पुल भी इसके चपेट में आ गए हैं। इसके अलावा NTPC के निर्माणाधीन तपोवन विष्णुगाढ़ जल विद्युत परियोजना के डैम साइड, बराज साइट, को भी बहुत भारी नुकसान होने की जानकारी मिली है। प्रशासन ने अलकनंदा नदी और धौली नदी के किनारे रहने वाले सभी लोगों को अलर्ट कर दिया है, और उन्हें वहां से हटने के लिए कहा गया है।
जोशीमठ के आगे अचानक ग्लेशियर फटने की घटना पर सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने लोगों को किसी भी तरह की अपवाह पर ध्यान न देने और न फैलाने की अपील की है। साथ ही आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव और डीएम से चमोली जिले के घटना की पूरा जायजा लिया है। सीएम लगातार पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।
सरकार ने सभी संबंधित जिलों को अलर्ट किया है। चमोली जिला प्रशासन, और एसडीआरएफ के अधिकारी और कर्मचारी मौके पर पहुंच गये हैं। लोगों से अपील कर रहें हैं, कि गंगा नदी के किनारे न जाएं।