इन मुस्लिम देशों ने आखिर दिखा ही दिया रंग, कश्मीर के जी-20 बैठक में हुए गायब

डेस्क। कई मुस्लिम देशों के साथ भारत सम्बन्ध सही करने की पुरजोर कोशिशे करता रहा है लेकिन हमेशा पाकिस्तान के साथ देने वाले कुछ मुस्लिम देशों ने आखिर अपना असली रंग दिखा ही दिया।

दरअसल कश्मीर के श्रीनगर में सोमवार से जी-20 टूरिज़्म वर्किंग ग्रुप की बैठक शुरू हो चुकी है। भारत इस साल जी-20 की अध्यक्षता कर रहा है और अब तक दर्जनों बैठकें हो चुकी हैं लेकिन श्रीनगर में होने वाली बैठक की ख़ास चर्चा हो रही है क्योंकि चीन, तुर्की , सऊदी अरब, मिस्र और इंडोनेशिया ने इस मीटिंग का बॉयकॉट कर दिया है।

बता दें कश्मीर में अगस्त 2019 के बाद पहला कोई बड़ा अंतरराष्ट्रीय आयोजन हो रहा है। पाकिस्तान ने श्रीनगर में होने वाली बैठक का विरोध किया था लेकिन अब चीन, तुर्की और सऊदी अरब ने इस सम्मेलन में शामिल होने से मना कर दिया है। दरअसल तुर्की हमेशा से ही पाकिस्तान का हिमायती रहा है। अगस्त 2019 में भारत के धारा 370 को हटाने के फ़ैसले का तुर्की ने विरोध किया था। उन्होंने ओआईसी में भी कश्मीर के मुद्दे पर पाकिस्तान का खुलकर समर्थन किया और फ़रवरी 2020 में पाकिस्तान की संसद को संबोधित किया था। उस संबोधन में भी कश्मीर का ज़िक्र किया गया था।

मिस्र को विशेष अतिथि के तौर पर बुलाया गया था लेकिन मिस्र भी बैठक में शामिल होने नहीं आया है। मिस्र के मीटिंग में शामिल नहीं होने का फ़ैसला सबसे ज़्यादा चौंकाने वाला है क्योंकि सिर्फ़ चार महीने पहले मिस्र के राष्ट्रपति 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के अवसर पर भारत के मुख्य अतिथि थे। ऐसे में ये कहना गलत नहीं होगा कि मिस्र भी मुस्लिम ब्रदरहुड निभा रहा है।

अब बात करते हैं सऊदी अरब की ; तो आपको बता दें कि भारत और सऊदी अरब के संबंध पिछले कुछ सालों में ख़ासकर नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद काफी बेहतर हुए हैं। हाल ही में हुई अरब लीग की बैठक में यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेन्सकी को बुलाया था। ज़ेलेन्सकी ऐसे पहले ग़ैर-अरब लीग के नेता हैं जिन्होंने अरब लीग की बैठक को संबोधित किया। इससे तो यही लगता है कि सऊदी अरब का अपना राष्ट्रीय हित ही सबसे महत्वपूर्ण है।

ऐसे में भारत को अब इस बात पर विचार करने की जरूरत है कि मुस्लिम ब्रदरहुड निभाने वाले देशों के लिए आखिर कब तक और क्यों उनकी विपरीत परिस्थितियों में खड़ा रहना मुनासिब होगा ?

Tag: #nextindiatimes #g20 #muslim #countries

Related Articles

Back to top button