यूपी के दो और जिलों को कोरोना कर्फ्यू से राहत, सीएम योगी ने दिए कई महत्वपूर्ण निर्देश

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना संक्रमण के दौरान अपने माता-पिता को खोने वाले बच्चों को लेकर निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने बाल सेवा योजना के तहत बच्चों को ₹4000 मासिक देने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही सीएम योगी ने ऐसे बच्चों को बाल संरक्षण गृहों, कस्तूरबा और अटल आवासीय विद्यालयों में शिक्षा की सुविधा सहित विभिन्न सेवाएं देने का भी निर्देश दिया गया है। सीएम ने अधिकारियों को ऐसे पात्र बच्चों को तत्काल व्यवस्था करने के निर्देश जारी कर दिए हैं।  

इसके साथ ही 18 साल से ऊपर के अनाथ हुए बच्चों के पठन-पाठन की व्यवस्था के निर्देश जारी करते हुए मुख्यमंत्री ने अभ्युदय योजना के तहत ऐसे बच्चों को लैपटॉप और टेबलेट देने का ऐलान किया है।

इसके साथ ही सरकार ने यूपी के दो और जिलों में कोरोना कर्फ्यू खत्म बुलंदशहर और बरेली में अब कोरोना कर्फ्यू से छूट दे दी है। अब यूपी के 67 जिलों में कोरोना कर्फ्यू से राहत मिल गई है। अब प्रदेश के 67 जिलों में नाइट कर्फ्यू और साप्ताहिक लॉकडाउन जारी रहेगा।

एक अन्य फैसला लेते हुए सरकार ने डॉक्टरों की कमी को देखते हुए सीएम योगी ने अस्पतालों में तैनात चिकित्सक प्रशासनिक कार्यों से मुक्त करने की बात कही है। अब चिकित्सक केवल चिकित्सकीय कार्य ही करेंगे। सीएम ने कहा है कि स्वास्थ्य विभाग और चिकित्सा शिक्षा विभाग के अस्पतालों में तैनात चिकित्सक प्रशासनिक कार्य से होंगे मुक्त होंगे। प्रबंधन कार्यों के लिए एमबीए पास डिग्रीधारी युवाओं को मौका दिया जाएगा।

कर्फ्यू में छूट के बाद कोरोना संक्रमण जैसी स्थिति से निपटने के लिए मुख्यमंत्री ने साप्ताहिक बंदी सम्बन्धी निर्देश भी जारी किए हैं। आज से दो दिवसीय सभी 75 जिलों में साप्ताहिक बंदी समान रूप से लागू होगी। सीएम ने कहा है कि कोरोना कर्फ्यू से जुड़े नियमों का कड़ाई से पालन कराया जाए। साथ ही सीएम योगी ने आदेश जारी किया है कि “रात्रिकालीन बन्दी को प्रभावी बनाने के लिए शाम 06 बजे से ही पुलिस व स्थानीय प्रशासन सक्रिय हो जाएं, पब्लिक एड्रेस सिस्टक का उपयोग करें, कहीं भी भीड़ की स्थिति न बने, कई जिलों में लोगों के मास्क न लगाने, बाजारों में अनावश्यक भीड़, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करने जैसी जानकारी मिली है, यह स्थिति न तो किसी के लिए भी अच्छी नहीं है, कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई जीतने के लिए हर एक नागरिक का सहयोग आवश्यक है। पुलिस प्रशासन को सक्रियता बढ़ाने की जरूरत है। लोगों को जागरूक भी करें, साथ-फुट पेट्रोलिंग, चेंकिंग और आवश्यकतानुसार प्रवर्तन की कार्रवाई भी की जानी चाहिए”।

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