धौलपुर में बाढ़ जैसे हालात, चंबल नदी खतरे के निशान से ऊपर, कई गांवों में घुसा पानी

राज्यमंत्री भजन लाल जाटव ने बताया कि कोरोना के बाद बाढ़ भी जिले के लोगों के लिए सबसे बड़ी आपदा रही है।

राजस्थान के धौलपुर में बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है। हालात भी बेकाबू बने हुए हैं।  बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करने के लिए जिला प्रभारी एवं राज्यमंत्री भजन लाल जाटव ने राजाखेड़ा उपखंड इलाके के करीब आधा दर्जन गांव का दौरा कर प्रशासनिक अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए। बाढ़ से प्रभावित परिवारों से रूबरू होकर मंत्री ने मदद का भरोसा दिलाया है।

उधर चम्बल नदी का जलस्तर धीरे-धीरे कम हो रहा है। लेकिन गांवो में भरे पानी की निकासी में कई दिन लग सकते हैं। चम्बल नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। वही पार्वती नदी में पानी कम होने से बाड़ी-सैपऊ मार्ग और पार्वती नदी की खुर्दिया रपट क्षतिग्रस्त हो जाने से आवागमन सुचारु नहीं हो सका हैं।

धौलपुर, बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करने पहुंचे जिला प्रभारी एवं राज्यमंत्री भजन लाल जाटव ने राजाखेड़ा उपखंड इलाके के करीब आधा दर्जन गांव का दौरा कर प्रशासनिक अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए। बाढ़ से प्रभावित परिवारों से रूबरू होकर मंत्री ने मदद का भरोसा दिलाया है। बाढ़ आपदा में लोगों का अनाज, कपड़े, बर्तन एवं पशुओं का चारा समेत खरीफ की फसल में भारी नुकसान हुआ है।

सर्किट हाउस में प्रेस वार्ता के दौरान राज्यमंत्री भजन लाल जाटव ने बताया कि कोरोना के बाद बाढ़ भी जिले के लोगों के लिए सबसे बड़ी आपदा रही है। उन्होंने कहा एक हफ्ते पूर्व ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ बैठक में भाग लेकर धौलपुर जिले के हालातों पर चर्चा हुई थी। हाडोती क्षेत्र में हो रही बारिश का पानी सीधा चंबल नदी में प्रवेश करता है। जिससे धौलपुर जिला सबसे अधिक प्रभावित होता है। उन्होंने कहा विगत 3 दिनों से धौलपुर जिला पानी पानी हो रहा है। सरमथुरा, बाड़ी, धौलपुर एवं राजाखेड़ा उपखंड इलाके के दर्जनों गांव चारों तरफ से पानी से घिर चुके हैं।

लोगों के मकान तक बाढ़ में धराशाई हो गए हैं। चंबल में आई बाढ़ से लोगों के घरेलू सामान समेत पशुओं का चारा भारी तादाद में बर्बाद हुआ है। उसके साथ ही सैकड़ों बीघा बाजरा, दलहन, तिलहन ग्वार, ज्वार की फसलें बाढ़ की चपेट में आई है। लोगों के कच्चे पक्के मकान धराशाई होने से भारी नुकसान हुआ है। बाढ़ आपदा से मवेशी पालन की भी समस्या ग्रामीणों के सामने खड़ी हो गई है। उन्होंने कहा इस आपदा की घड़ी में राज्य सरकार पीड़ितों के साथ खड़ी है।

बाढ़ आपदा से प्रभावित परिवारों को सरकार की तरफ से हर संभव मदद दिलाई जाएगी। वर्तमान हालात भी बेकाबू बने हुए हैं। लेकिन गनीमत की बात यह रही है कि बाढ़ आपदा में जनहानि नहीं हुई है। चंबल नदी का जलस्तर अब धीरे धीरे उतर रहा है। जिससे यह आपदा 1 से 2 दिन में टल जाएगी। कुछ गांव के चारों तरफ पानी भरने से आवागमन के रास्ते बंद हो चुके हैं। पानी में घिरे लोगों के लिए एसडीआरएफ की टीम मौके पर ही भोजन पानी की व्यवस्था उपलब्ध करा रही है। मंत्री ने बताया खाद्य सुरक्षा कैंप ग्रामीणों के पास लगाए जाएंगे। जिससे लोग सरकार की योजनाओं का लाभ मौके पर ही ले सकें।

उन्होंने बताया बाढ़ आपदा से मौसमी बीमारियां फैलने की भी संभावना बन सकती है। ऐसे में चिकित्सा विभाग की टीम तैनात कर पहले से ही स्वास्थ्य परीक्षण कराकर दवाइयां उपलब्ध कराई जाएंगी। मवेशी पालकों के लिए भी पशु चिकित्सकों को तैनात कर टीके लगाए जाएंगे। उन्होंने बताया बाढ़ प्रभावित परिवारों का प्रशासन सर्वे कर आएगा। घरेलू सामान के साथ फसल खराबे का मुआवजा करा कर पीड़ितों को राहत दिलाई जाएगी।

बाढ़ आपदा में लोगों का अनाज, कपड़े, बर्तन एवं पशुओं का चारा समेत खरीफ की फसल में भारी नुकसान हुआ है। गनीमत है कि बाढ़ आपदा में जनहानि नहीं हुई है।

धौलपुर से राकेश गोस्वामी की रिपोर्ट, नेक्स्ट इंडिया टाइम्स

Related Articles

Back to top button