सड़क पर पहुंचा दीवान ग्रुप का विवाद, फूट-फूटकर रोई नेहा दीवान

मेरठ। दीवान समूह के परिवार का विवाद सड़क पर आ गया। दिल्ली से दो दिन बाद साकेत लौटी नेहा दीवान को कोठी में घुसने नहीं दिया गया। इस पर नेहा ने पुलिस बुला ली। करीब सात घंटे तक साकेत से सिविल लाइन थाने तक हाईवोल्टेज ड्रामा चला। कोठी का दरवाजा खुलवाने के लिए पुलिस ने दबाब बनाने की कोशिश की तो अजय दीवान ने चौकीदार को भी गेट से अंदर बुला लिया।
अजय की मां प्रसंता दीवान ने मकान अपने नाम बताकर पुत्रों का नाम भी नेमप्लेट से हटा दिया। 25 फरवरी 2023 को साकेत ए-70 निवासी अजय दीवान पर उनकी पत्नी नेहा दीवान ने उत्पीड़न का आरोप लगाकर मुकदमा कराया था। आरोप था कि अजय दूसरी शादी करना चाहते हैं। इसके चलते उसे चाय में जहर मिलाकर पिलाया गया। तीन दिन से पुलिस दंपती के बयान लेने के लिए साकेत के चक्कर काट रही थी। नेहा दीवान अपनी कार से शनिवार सुबह 8.00 बजे साकेत स्थित कोठी पर पहुंची। नेहा ने गाड़ी को गेट पर लगाकर हॉर्न बजाया, लेकिन गार्ड ने गेट नहीं खोला। उसने गार्ड को फटकार लगाई, लेकिन गार्ड ने उनकी बात को अनसुना कर दिया।
करीब एक घंटा कोठी के बाहर खड़े रहने के बाद नेहा ने सीओ और इंस्पेक्टर सिविल लाइन को सूचना दी। सीओ अरविंद चौरसिया मौके पर पहुंचे और गार्डों से गेट खोलने के लिए कहा। सीओ भी काफी देर तक बाहर खड़े रहे, लेकिन गेट नहीं खुला। उन्होंने गार्डों से कहा कि अपने मालिक से कहें कि सीओ बात करना चाहते हैं। गार्ड अंदर गए, लेकिन वापस नहीं लौटे। गहमागहमी के बाद दोपहर 12.15 बजे नेहा थाने पहुंचीं। इसके बाद एसएसपी कार्यालय भी गईं। सीओ पूनम सिरोही को शिकायती पत्र देकर नेहा ने कोठी में अंदर रखवाने की गुहार लगाई। पुलिस अधिकारियों ने नेहा को आश्वासन दिया कि परिवार के लोगों से बातचीत चल रही है। जल्द कोई समाधान निकालेंगे।
महिला आयोग की सदस्य भी पहुंचीं:
साकेत में हाईप्रोफाइल ड्रामे की जानकारी लगने पर महिला आयोग की सदस्य दीपिका ठाकुर भी साकेत पहुंचीं। दीपका ठाकुर ने पुलिस से कहा कि नेहा को उसके घर में अंदर पहुंचाओ, लेकिन पुलिस बेबस नजर आई। पुलिस कहती रही कि जब दरवाजा अंदर से नहीं खुल रहा तो वह क्या करें। दंपती का मामला है। जबरदस्ती नहीं कर सकते।
मेरा मकान है, जिसको चाहूंगी वही रहेगा:
अजय दीवान की मां प्रसंता दीवान का कहना कि साकेत में उनका मकान है। जिसको चाहूंगी उसको रखूंगी। इस मकान में बेटा नहीं रहेगा तो पुत्रवधू भी नहीं रहेगी। पुलिस ने कई बार प्रसंता दीवान से संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन उनकी बात नहीं हुई। मकान के अंदर अजय दीवान थे या नहीं। पुलिस इसकी जांच में जुटी है।
कपड़ों की अलमारी पर लगा दिया ताला:
नेहा ने बताया कि मुकदमा दर्ज होने के बाद से पति उत्पीड़न करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। उनके कपड़ों की अलमारी में भी ताला लगा दिया गया है। वह दो दिन पहले मायके में कपड़े लेने गई थी। शनिवार सुबह कोठी पर लौटी तो उसे अंदर नहीं घुसने दिया।
‘मैं पति और बच्चों के साथ रहना चाहती हूं’:
नेहा शनिवार सुबह आठ बजे साकेत स्थित कोठी पर पहुंची थीं। करीब चार घंटे कोठी के बाहर बैठी रही। नेहा बोली कि मैं भूखी-प्यासी हूं। तबीयत भी ठीक नहीं है। मैं पति और अपने तीनों बच्चों के साथ रहना चाहती हूं। तीनों बच्चे हॉस्टल में रहकर पढ़ाई कर रहे हैं। कोठी में अंदर नहीं गई तो यहीं पर दम तोड़ दूंगी।
छह घंटे तक भूखा बंधा रहा कुत्ता:
नेहा का कहना था कि वह कोठी के अंदर न घुस जाए, इस कारण कुत्ते को भी अंदर नहीं लिया जा रहा है। कुत्ता (स्पार्की) भी करीब छह घंटे तक कोठी के बाहर भूखा-प्यासा बंधा रहा। पुलिसकर्मियों ने गार्डों से कुत्ते के लिए खाना लाने के लिए कहा तो वह भी बहाना बनाते रहे।
एसएसपी ऑफिस पर हुई बेहोश:
मदद के लिए नेहा दिनभर पुलिस अधिकारियों के दफ्तरों के चक्कर लगाती रही, लेकिन उन्हें हर दरवाजे से मायूसी ही मिली। वह कभी कोठी पर जाती तो कभी सिविल लाइन थाने तो कभी एसएसपी ऑफिस। एसपी सिटी कार्यालय पर भी फरियाद लेकर पहुंचीं। करीब तीन बजे वह एसएसपी ऑफिस पर बेहोश होकर गिर पडी। वहां मौजूद महिला ने उन्हें पानी पिलाया। इसके बाद वह होश में आई। इसके बाद फूट-फूटकर रोने लगीं। हर तरफ से मायूसी मिलने के बाद उन्होंने अपने पिता बलराम जौहरी को सूचना दी। उनके पिता मेरठ पहुंचे और बेटी को दिल्ली ले गए।
Tag: #nextindiatimes #meerut #nehadeewan #deewangroup #case #police #officer #newdelhi #dispute