डीएम ने की किसानों से जुड़ी योजनाओं की समीक्षा,अफसरों को दिए निर्देश, ज्यादा से ज्यादा किसानों को दिलायें लाभ

जिलाधिकारी सूर्य पाल गंगवार की अध्यक्षता में मंगलवार को कलैक्ट्रेट सभागार में विभिन्न फसलों के वित्तमान (स्केल ऑफ फाइनेन्स) के निर्धारण हेतु जिला स्तरीय तकनीकी समिति (डी0एल0टी0सी0) की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने किसानों की आय को दो गुने से अधिक करने व उनकी आर्थिक समृद्धि पर व्यापक जोर देते हुए कहा कि किसान देश का अन्न दाता है, उसकी खुशहाली व तरक्की में ही देश की तरक्की निहित है, इसके लिए किसानों के पक्ष में विभिन्न फसलों के स्केल आफ फाइनेन्स निर्धारण होना चाहिए। इसके लिए उन्होने जिला कृषि अधिकारी रविकांत व लीड बैंक प्रबन्धक प्रदोष पुण्डीर एवं उप निदेशक कृषि को निर्देश दिए कि वह कृषि भूमि की रेण्ट मूल्य को जोडते हुए लागत का निर्धारण करें। उन्होने जिला कृषि अधिकारी व लीड बैंक मैनेजर को निर्देश दिए कि वह एक सप्ताह में अधिकृत आंकडें उपलब्ध कराऐं कि पिछलें फसल बीमा में कितने किसानांे को प्रीमीयम काटा गया और कितनों की प्रीमीयम बीमा कम्पनी को समय प्राप्त करा दी गयी हैं। उन्होने यह भी निर्देश कि के0सी0सी0 के साथ फसल बीमा के अतिरिक्त अन्य किसानों का भी फसल बीमा कराया जाए। बीमा प्रीमीयम जमा करने की अंतिम दिनांक 31 जुलाई के उपरांत 1 से 10 अगस्त तक सम्बन्धित किसानों को उनकी फसल का बीमा प्रमाण पत्र डाक के द्वारा प्राप्त हो जाना चाहिए।

बैठक में उन्होने बताया कि सरकार द्वारा प्रदत्त सभी सुविधाएं मत्स्य पालकों को समय से मुहैया करायीं जाए, ताकि वह मत्स्य पालन करें और बेहतर उत्पादन करके आर्थिक रूप से समृद्ध बने। बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि कृषि के साथ-साथ पशुपालकों एवं मत्स्य पालकों को किसान क्रेडिट कार्ड की सुविधा प्रदान की जा रही है, जिसके लिए रूपये 01 लाख 60 हजार वित्तमान निर्धारित कराया गया है। जनपद में मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी आदि में रिक्त व्यक्तियों को के0सी0सी0 निर्गत कराने के लिए इन विभागों में अतिरिक्त गतिविधियों को भी जोड़ना अनिवार्य है, जिसके लिए वित्तमान निर्धारित करने हेतु जिला स्तरीय तकनीकी समिति (डी0एल0टी0सी0) का आयोजन कृषि, पशुपालन, मत्स्य विभाग द्वारा मुख्य रूप से किया गया।उन्होने बैठक में कृषि, मत्स्य, पशुपालन एवं दुग्ध, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, स्टैण्डप इण्डिया, एन.आर.एल.एम., मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना की समीक्षा की। उन्होने लीड बैंक ऑफीसर को निर्देशित किया कि गरीबो के आर्थिक उत्थान के लिए प्रधानमंत्री तथा मुख्यमंत्री द्वारा संचालित जन कल्याणकारी योजनाओं का उदारतापूर्वक संचालन करें ताकि योजनाओं का लाभ जन-जन तक मिल सकें। बैठक में किसानों की आय को दोगुना से अधिक करने के लिए कृषि एवं ग्राम्य विकास विभाग को संयुक्त प्रयास करने के लिए मुख्य विकास अधिकारी चर्चित गौड़ को निर्देशित किया कि इसके अन्तर्गत बकरी पालन, पशु पालन, मुर्गी पालन एवं मत्स्य पालन को किसानों द्वारा अपनाने पर बल दिया जाए।बैठक में जिलाधिकारी ने खरीफ एवं रबी में विभिन्न फसलों, औषधीय फसलों तथा पशुपालन एवं मत्स्य पालन वित्तमान (स्केल ऑफ फाइनेन्स) के निर्धारण हेतु जिला स्तरीय तकनीकी समिति (डी0एल0टी0सी0) के अधिकारियों को किसानों की बेहतर वित्तीय प्रगति हेतु निर्देशित किया। उन्होने भारत में प्रमुख प्रकार की फसलों के बारें में विस्तार से चर्चा करते हुए सभी सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया कि वह किसानों की आय दोगुनी से अधिक करने में बेहतर प्रयास करें
राष्ट्रीय न्यूज़ सर्विस