एसीबी ने वन विभाग के अधिकारी को रिश्वत लेते पकड़ा

धौलपुर जिले में एसीबी की टीम ने धौलपुर वन विभाग के वनरक्षक कार्यालय पर कार्रवाई करते हुए 20 हजार की रिश्वत लेते हुए वनरक्षक को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। परिवादी से आरोपी ने अवैध चम्बल बजरी से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली छोड़ने के एवज में पीड़ित वीरेंद्र सिंह से 20 हजार की रिश्वत की मांग की थी। मामले का भौतिक सत्यापन कराकर भरतपुर के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महेश मीणा ने रिश्वतखोर वनरक्षक को दबोच लिया। आरोपी को हिरासत में लेकर एसीबी की पूछताछ जारी हैं।

रिश्वतखोर को पकड़ने के लिए एसीबी ने बिछाया था जाल
दरअसल 25 वर्षीय वीरेंद्र सिंह पुत्र धर्म सिंह निवासी झारपुरा थाना इलाका कौलारी का ट्रैक्टर ट्राली अवैध बजरी का परिवहन करते हुए अक्टूबर 2019 में दिहोली थाना पुलिस ने पकड़ा था। दिहोली थाना पुलिस ने मुकदमा फारेस्ट एक्ट में दर्ज कर अग्रिम कार्रवाई के लिए पत्रावली वन विभाग धौलपुर को सुपुर्द किया था। वन विभाग ने आरोपी पर 51 हजार का जुर्माना भी लगाया है। जिस राशि को परिवादी वीरेंद्र सिंह ने 4 जुलाई 2020 को डीडी के माध्यम से वन विभाग में जमा कराया था। लेकिन डीएफओ कार्यालय का वनरक्षक आरोपी 29 वर्षीय अजय सिंह पुत्र हरिभान निवासी उमरारा ने परिवादी वीरेंद्र सिंह से ट्रैक्टर-ट्राली छोड़ने के एवज में 20 हजार रुपये रिश्वत की मांग कर रहा था। आरोपी वनरक्षक पिछले कई महीने से पीड़ित को परेशान कर रिश्वत के लिए दबाब बना रहा था।
परिवादी वीरेंद्र सिंह ने प्रकरण की शिकायत एसीबी कार्यालय भरतपुर पर दर्ज कराई थी। मामले का एसीबी टीम ने जाल बिछाकर भौतिक सत्यापन कराया और आरोपी वनरक्षक अजय सिंह ने परिवादी वीरेंद्र सिंह को रिश्वत की राशि लाने के लिए जाकी गांव बुलाया। परिवादी वीरेंद्र सिंह ने आरोपी वन रक्षक अजय सिंह को जैसे ही रिश्वत की राशि दी तभी एसीबी की टीम ने वनरक्षक अजय सिंह को रंगे हाथों दबोच लिया गया। टीम ने आरोपी के कब्जे से रिश्वत की राशि बरामद कर ली है। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महेश मीणा ने बताया कि घूसखोर वन रक्षक को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है। और पूछताछ कर न्यायालय में पेश किया जाएगा।