सपा के समर्थन में अधिवक्ताओं ने प्रशासन के खिलाफ़ खोला मोर्चा

फतेहपुर। नगर निकाय चुनाव के प्रचार के दौरान समाजवादियों पर हाल में कायम किए गए एक मुकदमें को लेकर समाजवादी पार्टी ने ज़िला एवं पुलिस प्रशासन के खिलाफ़ मोर्चा खोल दिया है। सपा के टिकट पर फतेहपुर नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ रहे वरिष्ठ अधिवक्ता राजकुमार मौर्य का चुनाव प्रभावित करने आदि के गंभीर आरोप लगाते हुए तमाम अधिवक्ताओं ने कलेक्ट्रेट परिसर पहुंच कर जमकर नारेबाजी की।
इस दौरान जिलाधिकारी को एक ज्ञापन भी सौंपा गया जिसमें सदर कोतवाली प्रभारी अमित मिश्रा को तत्काल पद से हटाने की पुरजोर मांग की गई है। साथ ही समाजवादियों पर कायम किए गए मुकदमें को बेजा कार्यवाही करार दिया गया है।बता दें कि पूर्व में भी सपा प्रत्याशी द्वारा चुनाव आयोग को पत्र भेजकर प्रशासनिक व्यवस्था ख़ासकर कोतवाली पुलिस को आरोपित किया गया था। समाजवादी पार्टी के ज़िला अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह यादव समेत तमाम अधिवक्ताओं के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचे पालिका की सदर सीट से सपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे राज कुमार मौर्या द्वारा ज़िला मजिस्ट्रेट/ज़िला निर्वाचन अधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया।
ज्ञापन में आरोप लगाया गया है कि निकाय निकाय चुनाव की प्रक्रिया के आरंभ होने के दिवसों से ही थाना कोतवाली नगर (फतेहपुर) के प्रभारी निरीक्षक अमित मिश्रा सत्तारूढ़ दल के इशारे पर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं सहित अन्य प्रत्याशियों को जो सभासद के प्रत्याशी हैं तथा उनके समर्थकों को अकारण किसी भी समय उनके घरों पर जाकर अपराधिक मामलों में फंसाकर, जेल भिजवाने व मारपीट कर प्रताड़ित किए जाने व काउंटर किए जाने की धमकी देते हैं।
बताया गया कि विगत 30 अप्रैल को जब वह (सपा प्रत्याशी) कुछ समर्थकों के साथ जनसंपर्क अभियान शहर के मोहल्ला ठठराही, चौक बाजार, लाठी मोहाल के पश्चात महादेवन टोला होकर गलियों से होते हुए चंदियाना मोहल्ले के किनारे पुरानी जीटी रोड को क्रास कर कालिकन रोड की तरफ जा रहे थे, उसी समय सदर कोतवाली प्रभारी लगभग एक सैकड़ा पुलिसकर्मियों सहित जीटी रोड पर मिले और उनके साथ में मौजूद पुलिसकर्मियों ने तथा जनसंपर्क में चल रहे समाजवादी पार्टी के समर्थकों व अधिवक्ताओं धमकियां देते हुए बदसलूकी की जिसका वीडियो भी बना है। प्रत्याशी ने बताया कि निर्वाचन आयोग के निर्देशों का किसी भी तरह से उल्लंघन नहीं किया गया है। यह भी बताया कि इस संबंध में 1 मई को उनकी तरफ से नगर फतेहपुर में राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा नामित प्रेक्षक से मिलकर भी उपरोक्त के बाबत शिकायती पत्र सौंपा गया है।
ज्ञापन में बताया गया है कि कोतवाली पुलिस ने सोमवार को मु.अ.सं. 308/2023 धारा 188 व 171 (ज) में 41 नामजद व अन्य 100-150 लोगों के विरुद्ध पंजीकृत किया गया है। बकौल श्री मौर्या नामजद लोगों में 2-3 के अतिरिक्त शेष अन्य कोई व्यक्ति मौक़े पर मौजूद नहीं था। इस सम्बन्ध में सोशल मीडिया में वायरल वीडियो का हवाला देते हुए सदर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक अमित मिश्रा पर एक वर्ग विशेष के मतदाताओं से सम्बंधित मतदान केंद्रों पर जबरन अव्यवस्था उत्पन्न कराकर सत्तारूढ दल के स्वजातीय प्रत्याशी को अनिमिति आचरण द्वारा मदद करने के प्रयास में लिप्त होने का आरोप लगाया गया है।
ज़िला निर्वाचन अधिकारी से उपरोक्त परिस्थितियों के दृष्टिगत स्वतन्त्र व निष्पक्ष वातावरण में निर्वाचन सम्पन्न कराने के लिए तत्काल प्रभाव से कोतवाली प्रभारी को पद से हटाने की अनुशंसा राज्य निर्वाचन आयोग लखनऊ को प्रेषित करने की मांग की गई है। गौरतलब है कि फतेहपुर जनपद की दस सीटों पर आगामी चार मई को निकाय चुनाव के तहत मतदान होना है। इसके लिए आज शाम यहां प्रचार अभियान थम गया। मुक़दमा आदि को लेकर समाजवादी अधिवक्ताओं आक्रोश पर ज़िला प्रशासन द्वारा गंभीरता से विचार न किया गया तो अवशेष चुनावी दिवसो में कैसी भी अप्रिय घटना की इन संभावनाओं से इनकार नहीं किया जा सकता है।
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