संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुटेरेस ने दिया बड़ा बयान,कहा-सैन्य अभियानों में कभी परमाणु सुविधाओं को निशाना न बनाये

रूस और यूक्रेन के बीच लड़ाई से पूरी दुनिया चिंतित है। दोनों देश की जंग खतरनाक पड़ाव पर पहुंच चुकी है। रूसी सैन्य बल लगातार यूक्रेन पर ताबड़तोड़ हमले कर रहे हैं। वहीं खार्किव में हो रहे धमाकों से पूरी दुनिया दहल उठी है। इस बीच संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने यूक्रेन में ज़ापोरिज्जिया परमाणु संयंत्र के आसपास भारी लड़ाई की खबरों पर चिंता व्यक्त की है। संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने ट्विटर पर कहा कि सैन्य अभियानों में कभी परमाणु सुविधाओं को निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए।

अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA)
यूक्रेन ने गुरुवार को अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA)को जानकारी दी कि रूसी सेना ने देश के ज़ापोरिज्जिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र (NPP) की साइट पर नियंत्रण कर लिया है। लेकिन महानिदेशक राफेल मारियो ग्रासी ने इस सूचना को गलत बताते हुए कहा कि परमाणु ऊर्जा प्लांट अपने नियमित कर्मचारियों द्वारा संचालित किया जा रहा है और रेडियोधर्मी सामग्री का कोई उत्सर्जन नहीं हुआ है।
वहीं यूक्रेनी अधिकारियों ने (IAEA) को सूचित किया कि देश में स्थित यूरोप के सबसे बड़े परमाणु संयंत्र में रूसी गोलाबारी से लगी आग पर काबू पा लिया गया है और इस संयंत्र पर रूसी बलों ने कब्जा कर लिया है।
मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि ऊर्जा प्लांट के छह रिएक्टरों की सुरक्षा व्यवस्था कहीं से भी प्रभावित नहीं हुई है, ना ही रेडियोधर्मी सामग्री का कोई उत्सर्जन नहीं हुआ है। बता दें कि Zaporizhzhia NPP के इस पूरे ममले पर, संयुक्त राज्य अमेरिका और उसके यूरोपीय सहयोगियों ने यूक्रेन पर एक आपातकालीन बैठक का अनुरोध किया था।
संयुक्त राष्ट्र में रूसी प्रतिनिधि वसीली नेबेंजिया ने कहा
संयुक्त राष्ट्र में रूसी प्रतिनिधि वसीली नेबेंजिया ने कहा, ‘आज हमने एक बार फिर झूठ के बारे में सुना है कि कैसे रूसी सैनिकों ने जापोरिज्जिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र पर हमला किया, यह रूस के खिलाफ झूठ और दुष्प्रचार के एक अभूतपूर्व अभियान का हिस्सा है।’ उन्होंने कहा, ‘वर्तमान में, Zaporizhzhya NPP और आस-पास के क्षेत्र में रूसी सैनिकों द्वारा पहरा दिया जा रहा है।’
इस बीच, इस पूरी घटना के लिए संयुक्त राष्ट्र में यूक्रेन के स्थायी प्रतिनिधि, सर्गेई किस्लिट्स्या ने मास्को को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, ‘रूसी संघ के प्रतिनिधि के झूठ आश्चर्यजनक नहीं हैं; हो सकता है कि उसे उसकी राजधानी द्वारा ठीक से सूचित न किया गया हो। हमने कई मौकों पर देखा है। उसे नहीं पता था कि उसकी राजधानी हाल के एक सत्र के बीच में क्या करने की योजना बना रही थी। इसलिए मैं वास्तव में उनके शब्दों पर भरोसा नहीं करूंगा।’