विश्व कैंसर दिवस पर जाने क्या है कैंसर के शुरुआती लक्षण और इलाज। अगर आप महिला है और शराब का सेवन करती है तो ये ज़रूर पढ़ें।

हर साल 4 फरवरी को विश्व कैंसर दिवस मनाया जाता है, विश्व कैंसर दिवस लोगों में कैंसर के प्रति जागरूकता फैलाने के उदेश्य से मनाया जाता है, जिससे लोग जागरूक हो। इस दिवस को मनाने की शुरुवात सन 1933 में हुई है। तीन साल यानि 2019 से 2021 में बनाई गयी थीम ‘ मै हूं और मै रहूँगा’ सफल रही, इसके तहत लोगों में जागरूकता फैलाने का काम हो रहा है।

आपको बता दे हमारी बात जब कैंसर स्पेशलिस्ट डॉ. नवल किशोर शाक्य अतंराष्ट्रीय कैंसर सर्जन हैं। उनके दो अस्पताल लखनऊ और कायमगंज में लक्ष्य कैंसर हॉस्पिटल नाम से चलते हैं।
कैंसर के लक्षण
डॉ. नवल किशोर शाक्य ने बताया के कैंसर होने कि कई वजह हो सकती है, और कैंसर के कई रूप होते है। जैसे मुह का कैंसर, पेट का कैंसर, ओवरी कैंसर, हेड कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर। अगर आप को कहीं से भी कैंसर के लक्षण नज़र आते है तो आप को तुरंत कैंसर के स्पेशलिस्ट डॉक्टर से संपर्क कर मिलना चाहिए और उसकी जांच करानी चाहिए।
कैंसर कि वजह
डॉक्टर नवल किशोर शाक्य ने बताया कि आज कल का खानपीन भी कहीं न कहीं वजह है और साथ ही गलत लाइफस्टाइल, हमारा अनियमित खाना पीना भी बड़ी वजह है। अगर आप ध्रूमपान, मसाला या तंबाकू का सेवन करते है तो ये भी कहीं न कहीं कैंसर का बड़ा कारण है।
डॉक्टर से करे संपर्क
जब हमने डॉक्टर से पूछा कि आज भी लोग गंबीर बीमारी होने पर नीम हकीम को ही संपर्क करते है ताकि उनको सर्जरी न करनी पड़े, इस चीज पर डॉक्टर नवल ने बताया कि कैंसर का एक ही इलाज है उसको जड़ से खत्म करना और इसका एक मात्र रास्ता सर्जरी ही है। अगर कैंसर के शुरुआत में ही इसके लक्षण से पता चल जाए तब शायद कोई तरीका हो सकता है अन्यथा इसका एक ही तरीका है सर्जरी, मरीज को डॉक्टर से मिल कर इसका इलाज करना चाहिए।
महिला कैंसर रोगी ज्यादा
इस विषय पर जब हमने डॉक्टर नवल से बात करी तो उन्होने बताया के ब्रेस्ट कैंसर कि बात करे तो महिलाओ में इसके लक्षण ज्यादा है और पुरुषों के कम। बात करे तंबाकू और ध्रूमपान के कैंसर कि तो डॉक्टर नवल का कहना है कि इसमे महिला और पुरुष दोनों का बराबर का ही लगभग रेशियो सेम है क्यूकी आजकल लोग वेस्टर्न कल्चर अपना रहे है और यह कहीं न कहीं गलत है। ये आप के शरीर को भी नुकसान कर रहा है।
क्या छूने से कैंसर फैलता है
इस बात पर डॉक्टर नवल किशोर ने बताया कि ये लोगों कि मानसिकता है ऐसा कुछ नहीं होता है के छूने से कैंसर फैलता है। ऐसा कर आप पेशंट को और डिप्रेस्सेद हो जाता है और कहीं न कहीं उसको मानसिक तनाव देता है। कैंसर कोई संचारी बीमारी नहीं है।