अगर आप को भी डायबिटीज है तो अपनाए यह औषधि, जानिए किस प्रकार की डायबिटीज मे कौन सी औषधि है लाभदायक।

रोज़ बाहर के खानपीन जैसे फास्ट फूड और चिकने भोजन का सेवन और अनियमित दिनचर्या, बार बार एक ही तेल का इस्तेमाल करना लोगो को कमजोर कर रहा है, जिससे डायबिटीज, हार्ट ब्लोकेज जैसी बीमारियाँ दिन प्रतिदिनआम होती जा रही है। जब शरीर में ग्लूकोसे की मात्रा ज्यादा हो जाती है तब डायबिटीज जैसी समस्या होने लगती है। आप को बता दे डायबिटीज दो प्रकार की होती है और ज्यादातर टाइप-2 डायबिटीज होना बहुत आम है इसके कई कारण है। जैसे:- ज्यादा तनाव में रहना, मोटापा, वंशानुगत, अनियमित जीवनशैली।

अपनाए डायबिटीज में घरेलू नुस्खे
डायबिटीज का संतुलन स्थिर बनाया जा सकता है अगर आप अपना खानपान और नियमित व्यायाम करे। ऐसा बिलकुल भी नहीं है की एक बार डायबिटीज होने के बाद इसको ठीक नहीं किया जा सकता। इसको नियंत्रित करने के लिए है कुछ आयुर्वेदिक और घरेलू नुस्खे
डायबिटीज नियंत्रित करने के लिए अपनाए गिलोय
गिलोय में कई एंटीओकिडेंट तत्व है जो शरीर से गंदगी निकालने का काम करते है। गिलोय आप की इम्युनिटी को बेहतर करता है अगर आप गिलोय की पत्तियों का सेवन करते है तो यह आप के ब्लड शुगर लेवेल को स्थिर रखता है। आप को बता दे इसमे इम्यूनोमॉड्यूलेटरी के भी गुण है। यदि आप भी डायबिटीज की परेशानी से जूझ रहे है तो रोज़ सुबह गिलोय का पानी ज़रूर पिये।
गिलोय का पानी बनाने की विधि:-
एक दिन पहले एक गिलास पानी में गिलोय की पत्ति या इसका पाउडर पानी में मिलाकर रख दे अगले दिन सुबह इस पानी को छानकर खाली पेट इस पानी का सेवन करे। लंबे समय से जूझ रहे डायबिटीज की बीमारी का रामबाण इलाज है।
करे भिंडी के पानी का उपयोग
डायबिटीज में भिंडी का पानी भी काफी लाभदायक है अगर आप इसको सही तरीके से लेते है तो। अगर आप लंबे समय से डायबिटीज की बीमारी से जूझ रहे है तो सुबह खाली पेट करे भिंडी के पानी का सेवन। गिलोय की तरह एक दिन पहले पानी में भिंडी काट कर डाल दे अगले दिन सुबह खाली पेट इस पानी का सेवन करे।
सदाबाहार के फूल भी है लाभदायक
सदाबाहार के फूलो को पेरिविंकल के रूप में भीं जाना जाता है।यह टाइप-2 डायबिटीज के इलाज में काफी मददगार होते है। इसे प्राकृतिक चिकित्सा के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। आप इसको ऐसे भी चबा कर खा सकते है। या फिर सदाबाहार के जो गुलाबी रंग के फूल होते है उन्हे एक गिलास पानी में डाल कर उबाल ले और फिर छानकर इसका सेवन करे।