परिवार को पता नहीं, बेटी निकली पीएफआई की जासूस

इंदौर। प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया की ओर से इंदौर की कोर्ट में जासूसी कर रही सोनू मंसूरी के लॉ स्टूडेंट होने का पता चला है। पूछताछ के बाद पुलिस ने उसे गत रविवार को कोर्ट में पेश किया था। जहां से उसे तीन दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। युवती ने दिल्ली से आए वकील एजाज हाशमी से मिलने के बाद ही पुलिस को अपने बयान दर्ज कराए।
उधर, इस युवती को लेकर इंटेलीजेंस की टीम भी पड़ताल में जुट गई है। युवती के परिजन का कहना है कि हमें नहीं पता सोनू इंदौर में क्या कर रही थी। आरोपी युवती सोनू मंसूरी हिंदू संगठन से जुड़े लोगों के केस में चल रही सुनवाई के दौरान प्रसीडिंग के फोटो-वीडियो बना रही थी। सोनू देवास के शासकीय लॉ कॉलेज की स्टूडेंट है। इस संबंध में उसने अपने कॉलेज का आइडी कार्ड भी सौंपा है। कोर्ट में फोटो-वीडियो बनाते समय वकीलों की शिकायत पर एमजी रोड पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था। सोनू मंसूरी ने पुलिस को बताया कि वह सहयोगी अधिवक्ता नूरजहां खान के साथ न्यायालय में उपस्थित होती है। आवेदन लगाने का काम करती है और प्रकरण की निगरानी करती है।
प्रकरण में हुई सभी बातें जैसे बहस, तथ्य आदि अपनी साथी नूरजहां खान के साथ मिलकर पीएफआई व पीस पार्टी से जुड़े लोगों को उपलब्ध करवाती है। बता दें, केंद्र सरकार ने राष्ट्र विरोधी गतिविधियों के चलते करीब पांच माह पहले पीएफआई को प्रतिबंधित किया है। सोनू मंसूरी को लेकर इंटेलीजेंस की टीम भी पड़ताल कर रही है। इंटेलीजेंस अफसरों के मुताबिक़ युवती के तार दिल्ली के एक वकील से जुड़े होने का पता चला है। ये वही वकील है जो डेढ़ साल पहले बाणगंगा में चूड़ीवाले के साथ मारपीट कांड में फ्लाइट से पैरवी करने इंदौर आए थे।
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