इंस्टाग्राम पर सजेगी महफिल, ‘इस्ट्रा ओपन माइक’ में हिस्सा लेंगी किन्नर निरवैर कौर

कोरोना-काल में साहित्य की विधा भी डिजिटल माध्यम से पाठकों और दर्शकों में अपनी जगह बनाने में कामयाब हुई है। लॉकडाउन के समय से ही डिजिटल रूप में साहित्य ने अपनी जगह बनाई है। इसी क्रम ‘द मॉडर्न पोयट्स’ द्वारा आयोजित ‘इंस्टा ओपन माइक’ का छठा संस्करण पूरी तहर के डिजिटल के माध्यम से आप सभी के बीच आने जा रहा है। 28 नवंबर को इंस्टाग्राम पर सजने वाली यह महफ़िल रात 9 बजे से शुरू होगी। महीने के हर चौथे शनिवार को इस कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है।
इस कार्यक्रम को कवि एवं ट्रांसजेंडर सामाजिक कार्यकर्ता निरवैर कौर ‘किरन’ की उपस्थिति ने इस डिजिटल महफ़िल को और ख़ास बना दिया है। निरवैर कौर अपने सशक्त एवं बेबाक वक्तव्य के लिए जानी जाती हैं। इस साहित्यिक इदारे की बागडोर सुप्रिया जी को सौंपी गयी है। निरवैर कौर के अतिरिक्त मुस्कान, अलंकृता, अब्दुल, आस्था, प्रतीक, दीक्षा व अन्य साहित्यकार भी अपनी मौजूदगी से इस महफ़िल में चार-चाँद लगाएँगे।
दिल्ली स्थित ‘द मॉडर्न पोयट्स’ एक साहित्यिक संस्थान है। यह संस्थान युवा साहित्यकारों एवं साहित्य-प्रेमियों को एक माला में पिरोने को कार्यरत है। सिमाओं को तोड़ते यह संस्थान दिल्ली-एनसीआर के अतिरिक्त लखनऊ, राँची, बैंगलोर और वाराणसी समेत 15 शहरों पर अपनी छाप छोड़ चुका है। जानिबे-मंज़िले-अदब को अग्रसर इनका सफ़र आज 25 हज़ार से ज़्यादा लोगों के काफ़िले की शक्ल इख़्तियार कर चुका है।
कौन हैं निरवैर कौर?
अंग्रेजी, हिंदी, पंजाबी और तमिल भाषाओं पर अपनी अच्छी पकड़ रखने वालीं निरवैर कौर किन्नर समुदाय से हैं और एक बेहतरीन कवि हैं। निरवैर कौर पंजाब यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस में पोस्ट ग्रैजुएट हैं और आईटी हैड के तौर पर दो कंपनियों में करीब 6 साल काम करने का अनुभव रखती हैं।

नौकरी करते हुए जब उन्हें ऑफिस में अपने सहयोगियों की उपेक्षा छेलनी पड़ी तो मजबूरन उन्होंने नौकरी से त्यागपत्र दे दिया। अंग्रेजी में माहिर और आईटी की बेहतरीन जानकारी रखने वाली निरवैर कई वर्षों तक नौकरी खोजती रही लेकिन किन्नर होने की वजह से किसी भी कंपनी ने उन्हें नौकरी नहीं दी। फिर निरवैर मुख्यधारा को छोड़ ‘हिजड़ा समुदाय’ से जुड़ गईं। इस बीच वो सोशल मीडिया पर अपनी कविताओं से अपने चाहनेवालों को प्रभावित करती रहती हैं।