हिन्दी दिवस पर एक आईएएस अधिकारी का युवाओं से अनुरोध…हम सभी को जरूर पढ़ना चाहिए

2015 बैच के प्रशासनिक अधिकारी निशांत जैन ने हिन्दी दिवस मनाने की सार्थकता पर लेख लिखा है और सोशल मीडिया पर युवाओं से मेरा विशेष अनुरोध है किया है कि हिंदी को प्रमुखता देनी चाहिए। निशांत जैन का लेख हम सभी को पढ़ना चाहिए और उनके अनुरोध पर अमल करना चाहिए।

“आज मुझे पिछले साल के हिन्दी दिवस की याद आ गई। उस समय मैं राजस्थान के अजमेर में विकास प्राधिकरण (ADA) का आयुक्त/VC था। शहर के सौंदर्यीकरण को लेकर हमारा प्राधिकरण कुछ पहलें कर रहा था। अजमेर में एक ख़ूबसूरत झील है- आनासागर। आनासागर चौपाटी पर हम एक सेल्फ़ी पोईंट लगवाना चाहते थे। इंजीनियर डिज़ाइन लेकर आए। वह इंग्लिश में था।

मैंने पूछा, ‘हिन्दी में बन सकता है?’ बोले, ‘कभी कहीं देखा नहीं, मुश्किल है।’

मैंने कहा, ‘नहीं, हिन्दी में ही चाहिए’

ख़ैर, उसके बाद आनासागर की ख़ूबसूरत चौपाटी पर जो दृश्य निर्मित हुआ, वह आपके सामने है।

जहाँ भी, जिस भी भूमिका में रहें, जनभाषा हिन्दी को बढ़ावा देने का मौक़ा न छोड़ें।

युवाओं से मेरा विशेष अनुरोध है, कि एक काम कर लें, तो हिन्दी दिवस मनाना सार्थक हो जाएगा। कृपया अपने मोबाइल पर हिन्दी को हिन्दी में ही लिखें, न कि इंग्लिश की रोमन लिपि में। ‘क्या हाल हैं’ पूछना है, तो ‘Kya Haal hai’ नहीं, ‘क्या हाल हैं’ पूछें।

ये करना बहुत आसान है। आप इंग्लिश में लिखकर उसे हिन्दी में परिवर्तित कर सकते हैं। बस settings में जाकर Hindi का option भी on कर लें या Google Hindi Input का सहारा लें।

आप चाहें, तो हिन्दी में बोलकर भी हिंदी में टाइप कर सकते हैं। पर प्लीज़ ऐसा करिएगा ज़रूर। अच्छा लगेगा”!

कौन हैं निशांत जैन?

निशांत जैन यूपी के मेरठ जिले के रहने वाले हैं। उन्होंने हिंदी मीडियम से पढ़ाई की है। यूपीएससी की 2015 की परीक्षा में हिंदी माध्यम से तैयारी करने वाले निशांत जैन ने 13वीं रैंक हासिल की थी। निशांत जैन ने कॉलेज की पढ़ाई करने के समय अपना खर्च चलाने के लिए किताबों की प्रूफ रीडिंग, क्रिएटिव राइटिंग जैसे पार्ट टाइम काम भी किए। पढ़ाई पूरी करने और जरूरतों के चलते उन्होंने कुछ समय तक डाक विभाग में असिस्टेंट की नौकरी भी की।

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