प्रतापगढ़ के ‘लाल’ नरेंद्र बने सेना में लेफ्टिनेंट, कड़ी मेहनत और लगन से हासिल की सफलता

कुछ कर गुजरने का जज़्बा यदि हो तो इंसान किसी भी उम्र और किसी भी हालात में कुछ भी कर सकता है। कुछ ऐसी ही मिसाल प्रतापगढ़ के रहने वाले नरेंद्र प्रताप सिंह पर सटीक बैठती है। नरेंद्र प्रताप अब सेना में बतौर लेफ्टिनेंट बन चुके हैं। नरेंद्र प्रताप सिंह यूपी के प्रतापगढ़ जिले के एक छोटे से गांव कतरौली के रहने वाले हैं। उनके पिता किसान हैं। कड़ी मेहनत और लगन से नरेंद्र ने ये तरक्की हासिल की है।

नरेंद्र के लेफ्टिनेंट बनने पर उनके गांव और परिजनों में खुशी की लहर दौड़ गई है। वह अपनी कड़ी मेहनत से पांचवी बार में इस पद पर चयनित हुए। नरेंद्र के स्कूल के समय के दोस्त मनीष बताते हैं कि “उन्होनें शुरूआत से ही सेना में जाने का मन बना लिया था। वह उसके लिए लागतार कड़ी मेहनत करते थे। यही नहीं वो अपने साथ-साथ और भी युवा साथियों को सेना में जाने के लिए हमेशा प्रोत्साहित करते थे।
पांचवी प्रयास में बने लेफ्टिनेंट
बताते चलें की लेफ्टिनेंट नरेंद्र प्रताप को सर्विस सेलेक्शन बोर्ड बैंगलोर द्वारा चयनित किया गया। तत्पश्चात PCSL कोर्स नं 33 के लिए इण्डियन मिलेट्री अकेडमी देहरादून में दाखिला मिला है। वह अपनी कड़ी मेहनत और अपने ज़ज़्बे के चलते 17 अक्टूबर 2020 को लेफ्टिनेंट पद पर नियुक्त हुए और इसके साथ ही उन्हें फिजिकल ट्रेनिंग में उच्चस्तरीय प्रदर्शन के लिए गोल्ड मेडल से सम्मानित भी किया गया।

युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत हैं नरेंद्र
नरेंद्र ने शुरुवात में अपनी पढ़ाई गॉंव के पास के ही स्कूल आदर्श इंटर मीडियट कॉलेज महिलहान से की, उसके बाद उन्होंने ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन कानपुर यूनिवर्सिटी से की थी, उसके बाद उन्होंने एमबीए सिक्किम मणिपाल यूनिवर्सिटी से की। नरेंद्र आज हज़ारों युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बन गए हैं।