जन्माष्टमी तो सब जानते हैं? जानिए कब मनाया जाता है राधा का जन्म?

आज कान्हा की नगरी में उनकी प्रियतम राधा रानी का जन्मोत्सव बड़े ही धूम धाम से मनाया गया। बरसाना स्थित श्री जी मंदिर में आज सुबह 4 बजे हुए पंचामृत अभिषेक के साथ संपन्न हुए प्राकट्योत्सव के साथ पूरे ब्रज में राधा के जन्मोत्सव की बधाई व खुशियां मनाई गईं।

भक्तो की भीड़ से दूर सादगी के बीच भक्ति की बयार के साथ आज बरसाने में राधा रानी का जन्मोत्सव गया। भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष की अष्टमी को राधाष्टमी का पर्व पूरे ब्रज में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता रहा है और आज भी कोरोना काल मे उनका जन्मोत्सव सरकारी गाइड लाइन के मुताबिक सोशल डिस्टेंस व गोस्वामियों के कोरोना टेस्ट के बीच सम्पन्न हो रहा है। राधाष्टमी के दिन श्रद्धालु बरसाना की ऊँची पहाडी़ पर पर स्थित गहवर वन की परिक्रमा करते थे और शाम होते ही धार्मिक गीतों तथा कीर्तन के साथ उत्सव का आरम्भ हो जाया करता था। लेकिन इस बार मंदिर, बाजार व बरसाना खाली-खाली पड़ा हुआ है। सिर्फ मंदिर प्रांगण में बरसाना व नंदगांव के कुछ गोस्वामी समाज के लोग समाज गायन कर रहे थे। सुबह 4 बजे बड़े ही हर्सोल्लास के साथ पुरोहितों ने विधि-विधान और मंत्रोच्चरण के साथ राधा जी का अभिषेक किया गया वहीं अभिषेक के दौरान पूरा मंदिर परिसर में राधारानी के जयकारों से गूंजा उठा।

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