तेरे जैसा यार कहां, कहां ऐसा याराना…. किशोर कुमार की 34वीं पुण्यतिथि पर सुनें किशोर दा के ये 5 सदाबहार गीत

1-   औ मेरे दिल के चैन, चैन आए मेरे दिल को दुआ कीजिये- आज भी ये गाना इतना सुप्रसिद्ध है की लोगो की जुबा पर चढ़ा हुआ है।

कुछ हस्तियां हैं जो अपने काम से सभी पर जादू करने में कामयाब रही हैं जिनहे आज भी उनके कामो के लिए याद किया जाता है और उनमें से एक है किशोर कुमार। जी किशोर कुमार महान गायक का जन्म 1929 में वर्तमान मध्य प्रदेश के खंडवा में आभास कुमार गांगुली के नाम से हुआ था। उन्होंने बंगाली, मराठी, असमिया, गुजराती, कन्नड़, भोजपुरी, मलयालम और उर्दू भाषा में कुछ ब्लॉकबस्टर हिट गाने दिए हैं। इतना ही नहीं वे एक अभिनेता, पटकथा लेखक, निर्देशक, निर्माता और संगीतकार भी थे। भारतीय सिनेमा के अपूरणीय रत्न के रूप में पहचाने जाने वाले गायक लोगों के दिलों में हमेशा रहेंगे और रहेंगे। उन्होंने 1987 में अंतिम सांस ली थी लेकिन आज भी उन्हें उनके काम के लिए याद किया जाता है। उनकी 34वीं जयंती के अवसर पर, कुछ प्रतिष्ठित गीतों के साथ उस्ताद को याद करना सही होगा।

उनके कुछ गाने जिनहे आज के नौजवान भी गुनगुनाते है चलिये एक बार फिर उन गीतो को याद किया जाये।

1-   औ मेरे दिल के चैन, चैन आए मेरे दिल को दुआ कीजिये– आज भी ये गाना इतना सुप्रसिद्ध है की लोगो की जुबा पर चढ़ा हुआ है।

2-  प्यार दीवाना है मस्ताना होता है – ये भी गान किशोर जी द्वारा ही गया गया है और आज भी काफी प्रसिद्ध है।

3-  अरे छोढ़ दो आँचल जमाना क्या कहेगा- ये गाना आज भी हम सबको अपने किसी अपने की याद दिला ही देता है।

4-  पल पल दिल के पास तुम रहते हो- जी ये गाना तो आपने भी ज़रूर सुना होगा और दिल के बेहद करीब गाना है ये।

5-  मेरे महबूब कयामत होगी, आज रुसवा तेरी गलियो में मोहब्बत होगी- ये गाना भी आपने जरूर सुना होगा।

ऐसे ही तमाम ऐसे और गाने है जैसे खाइके पान बनारस वाला, रूप तेरा मस्ताना, एक लड़की भीगी भागी सी और भी कई गाने है जिनके लिए किशोर कुमार को आज भी याद किया जाता है, काफी रिमेक बन चुके है इन गानो के मगर फिर भी कहते है औरिजनल इज औरिजनल।  

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